जावद आज कृष्ण सुदामा जैसी मित्रता का परिचय देने की जरूरत है आज लोगों को कृष्ण सुदामा जेसी मित्रता का परिचय देना चाहिए। भगवान श्री कृष्ण को जब द्वारपाल ने खबर दी की कोई सुदामा नाम का फटी धोती और कमीज पहने व्यक्ति आपसे मिलने की बात कह रहा है तो मित्र सुदामा के आने की खबर से आज भगवान की खुशी का ठिकाना नहीं रहा है और अपने बचपन के दोस्त से मिलने नंगे पांव दौड़ पड़े हैं। सुदामा सुदामा कर मित्र से मिलने को आतुर है। अपने अश्रुओं की धारा से बाल सखा सुदामा के चरण पखारे है। यह बात ग्राम आंकली मे श्रीमद भागवत कथा के समापन अवसर पर प. अशोक भारद्वाज ने कहीं। जब कथा पांडाल मे सुदामा जी की गरीबी और द्वारकाधीश की कथा का वर्णन हो रहा था तब श्रौता भावुक हो गए आंखों में आंसु और होठों पर श्रीकृष्ण का नाम था। इसी प्रकार की कथा का समापन आज रुपपुरा मे भी चुण्डावत परिवार के ठा.तेजसिंह एवं चुण्डावत परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद भागवत के दोरान प. रीतेश शर्मा द्वारा सुनाई गई। गौरतलब है कि गुरुवार को सुबह 9: बजे ग्राम आंकली मे ठा. कैलाश सिंह पंवार के यहां तुलसी का विवाह रुपपुरा के भगवान सालीगराम जी के साथ समपन्न होगा। बारात रुपपुरा से चुण्डावत परिवार के नेतृत्व में ग्राम आंकली पहुचेगी। दोनों ही जगह कथा मे कृष्ण सुदामा मिलन प्रसंग का सजीव चित्रण किया गया।
भावुक हुवे आयोजक
माता तुलसी को पुत्री मान गुरुवार को विवाह समपन्न कर ठाकुर जी सालीगराम जी के साथ विदा करने से पहले तुलसी विवाह के लाभार्थी ठाकुर कैलाश सिंह पंवार कथा पाण्डाल मे भावुक हो गए । ठा. श्री पंवार की आंखों से आंसू बह निकले वो बोले कि मेरे पहले तीन पुत्रियां है अब मुझे चोथी पुत्री माता तुलसी के रूप में पाने का सोभाग्य प्राप्त हुआ है।
समापन पर सम्मान
ग्राम आकली में तुलसी विवाह के निमित्त आयोजित श्रीमद् भागवत ज्ञान गंगा महोत्सव में समापन अवसर पर बड़ी संख्या में कथा श्रवण करने ग्राम आंकली तथा आसपास क्षेत्र से श्रोता गण पहुंचे इस दौरान कथा में समापन अवसर पर भागवत कथा प्रवक्ता पंडित अशोक भारद्वाज का म्यूजिकल ग्रुप तबला वादक तथा कथा में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से सहयोग प्रदान करने वाले लोगों का ठाकुर कैलाश सिंह पवार द्वारा शाल श्रीफल भेंट कर सम्मान किया गया सम्मान की इसी कड़ी में नीमच जिला प्रेस क्लब अध्यक्ष श्याम गुर्जर , न्यूज 18 केमरामेन दीपक खताबिया , सत्येंद्रसिंह पतलासी रेडक्रास नीमच , गमेरसिंह राठौड़ कोटड़ी , मानसिंह झाला तलावदा ,भैरूसिंह जावदा ,सावंत सिंह जगेपुर हाडा, दिलीप बंबोरिया अक्जिएम अकेडमी सरवानिया , बलवंतजाट रूपपुरा , जगदीश नरवाड़ीया अठाना , शांतिलाल धाकड़ हड़मतिया , रतनलाल धाकड़ बांगेड़ा , अनूपसिंह थड़ोद , भंवरसिंह हाड़ा ढाबा ,कारुसिंह राणावत सरवानिया महाराज , पटेल तुलसीराम पाटीदार सरवानिया , मोहनलाल वीरवाल , नारायणलाल पाल ,कानसिंह राणावत ,कंवरलाल पाल ,भूपेश देवड़ा ,घीसालाल मकवाना , बालकिशन धनगर ,कंवरलाल धनगर श्रीराम टेंट निबांहेड़ा , मदनलाल धनगर , आसाराम अहीर चोकानखेड़ा सहित अन्य बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों का कथा आयोजक पंवार परिवार द्वारा तिलक लगाकर स्वागत किया गया। आयोजन का संचालन राजकुमार राव आमली भाट ने किया।