जावद/आगरा लालऊ निवासी जूता कारीगर हरेंद्र सिंह जाटव की बेटी संजलि (15 वर्ष) घर से डेढ़ किमी दूर गांव नौमील स्थित अशर्फी देवी इंटर कॉलेज में कक्षा दसवी की छात्रा है। दोपहर 1:40 बजे स्कूल की छुट्टी हुई। वह साइकिल से लौट रही थी। करीब सवा दो बजे लालऊ पुलिया के पास बाइक सवार दो युवकों ने उसे रोका। बोतल खोली और सिर पर पेट्रोल डाल दिया। लाइटर से आग लगाकर वे भाग गए। घटना के वक्त शहर में सितारा होटल अमर विलास में डीजीपी ओपी सिंह जोन की समीक्षा बैठक ले रहे थे। सूचना से पुलिस प्रशासन के होश उड़ गए। एडीजी अजय आनंद, डीआईजी लव कुमार और एसएसपी अमित पाठक इमरजेंसी आ गए। मर्मांतक चीख सुनकर दहले लोग संजलि साइकिल सहित सड़क किनारे खाई में गिर पड़ी। लपटों से घिरी किशोरी जैसे-तैसे सड़क पर पहुंची। उसकी मर्मांतक चीख सुनकर राहगीरों के होश उड़ गए। इस दौरान उसने जमीन पर लेटकर आग बुझाने की कोशिश की। वहां से गुजर रहे युवक अजय ने उसके घर खबर दी। मां अनीता मौके पर पहुंच गई। बाद में सूचना पर पिता हरेंद्र भी एसएन मेडिकल कालेज की इमरजेंसी पहुंच गए। घटना से क्षेत्र में दहशत है। कंडक्टर ने फायर एक्सटिंग्यूशर से आग बुझाई दिल दहलाने वाली वारदात जिस वक्त हुई उसी दौरान मौके से एक बस गुजर रही थी। किशोरी को फड़फड़ाते देखकर चालक ने बस को रोका तो कंडक्टर ने बस में मौजूद फायर एक्सटिंग्यूशर को निकालकर आग बुझाई। सूचना पर पहुंची यूपी-100 से संजलि को एसएन मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। छात्रा करीब 80 प्रतिशत जल गई है। उसे दिल्ली रेफर किया गया है। आग से छात्रा का बैग जलकर राख हो गया।
न किसी से रंजिश न कोई शक झुलसी अवस्था में एसएन मेडिकल कालेज में छात्रा ने पुलिस को इशारों से बताया कि कुछ दिन पहले दो युवकों ने पीछा किया था। उसकी साइकिल को धक्का दिया था। पिता हरेंद्र ने कहा कि उनकी किसी से रंजिश नहीं। न ही किसी पर शक है। उनका कहना था कि संजलि ने भी उनसे पूर्व में किसी की कोई शिकायत नहीं की थी।