*जावद से टीआई निलंबित मामला कंजार्डा क्षेत्र के चौकड़ी में अफीम की तस्करी का*
मनासा थाना क्षेत्र के कजार्डां चौकी अंतर्गत चौकड़ी गांव में मादक पदार्थ तस्करी मामले में अब जनप्रतिनिधि भी कूद पड़े है, शहर के सामाजिक समस्याओं और अन्य मुद्दो को छोड़कर जनप्रतिनिधि अफीम के मुद्दे पर एकजुट होकर सामने आते नजर आए है। मंगलवार को ग्रामीणों के साथ जनप्रतिनिध राजकुमार अहीर और उमराव सिंह सहित अन्य नेता एसपी राकेश सगर से कजार्डां मादक पदार्थ तस्करी की कार्रवाई के मामले में मिले। वहीं कंजार्डा में सोमवार को पुलिस के घेराव के मामले में कमजोर मुखबिर तंत्र को लेकर एसपी ने जावद टीआई ओमप्रकाश मिश्रा को निलंबित कर दिया है।
जनप्रतिनिधि राजकुमार अहीर ने बताया कि गत दिनांक ८ फरवरी को पुलिस चौकी सरवानिया महाराज के पुलिस बल द्वारा ग्राम चौकड़ी निवासी संजय पिता राधेश्याम धाकड़ एंव घीसालाल पिता मोहनलाल धाकड़ से तथाकथित रूप से २२ किलों ग्राम अफीम जब्त करना बताते हुए प्रकरण पंजीबद्ध किया गया था। पुलिस सरवानिया महाराज की उक्त प्रकरण में पूरी तरह से फर्जी कार्रवाई है। पुलिस द्वारा अफीम जब्त करना बताया है। घटना दिनांक को दोनों ग्राम गोठड़ा स्थित प्रकाश पिता बाबरू धाकड़ की कृषि भूमि पर थे। जहां चौकी सरवानिया महाराज में पदस्थ आरक्षक मुकेश चौहान एंव उमेश चौहान सफेद रंग की पिकअप वाहन जिसमें प्याज के कट्टे रखे थे, लेकर आए तथा वहीं से संजय एवं घीसाला को अपने साथ वाहन में बैठाकर ले गए। जिस समय उक्त दोनों पुलिसकर्मी ग्राम में आए थे, उस समय ग्राम के कई व्यक्तियों द्वारा उन्हें वाहन से आते हुए देखा गया था। उक् सम्पूर्ण घटनाक्रम में उपरोक्त पुलिसकर्मियों एवं भूमिस्वामी प्रकाश धाकड़ की भूमिका संदिग्ध है। उक् प्रकाश धाकड़ के विरूद्ध पूर्व में एनडीपीएस एक्ट मेंप्रकरा दर्ज होकर उसे दस वर्ष का कारावास भुगतकर जेल से रिहा हुआ है तथा उसके द्वारा ही उक्त पुलिसकर्मियो के साथ मिलावट एवं षडयंत्र कर उपरोक्त निर्दोष व्यक्तियों के विरूद्ध असत्य प्रकरण बनवाया है। इसीलिए प्रकरण की निष्पक्ष जांच हेतु उक्त पुलिसकर्मियों एवं प्रकाश धाकड़ के मोबाइल फोन की कॉल रिकॉर्ड की जांच करवाई जाना नितांत आवश्यक है। जिससे वास्तविकता का पता चल सके ताकि साथ ही निर्दोष व्यक्तियों के विरूद्ध दर्ज फर्जी प्रकरण निरस्त हो सके। इस मांग को लेकर ग्रामीणों के साथ एसपी राकेश सगर को ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने मामले में निष्पक्ष जांच का आश्वासन भी दिया है।
जिसके पास से माल लाना बताया वह यह बोला
प्रकाश धाकड़ ने बताया कि पुलिसकर्मी उमेश चौहान दस-पंद्रह दिन से दो लोगों के साथ आ रहे थे और कहा कि तुझे चार लाख रुपए देंगे। दो आदमियों को दे दो। मेरे पास 20-25 किलो अफीम है, दो आरोपी बनाने है। उन दोनों को पकड़ लिया और मैं भाग निकला था। उन पुलिसकर्मियों ने चार लाख रुपए नहीं दिए है, इसीलिए एसपी को शपथ पत्र दिया है। टीआई नहीं आया था, उमेश चौहान पुलिसकर्मी ही आया था।
जावद टीआई को किया निलंबित
कजार्डा गांव में पुलिस का घेराव आमजन ने किया और इस दौरान जावद टीआई ओमप्रकाश मिश्रा ने लोकल थाने और चोकी पुलिस की मदद नहीं ली। वहीं उनका सूचना तंत्र भी पूरे मामले में कमजोर लगा। जिसके कारण घटनाक्रम घटित हुआ। कार्य में लापरवाही को देखते हुए निलंबित कर दिया है। वहीं मुख्य आरोपी प्रकाश धाकड़ ने उमेश चौहान पुलिसकर्मी का फर्जी केस बनाने की बात कही है। इस पर एएसपी जितेंद्र सिंह पंवार को जांच सौंपी है। पुलिस और नारकोटिक्स के पास अलग से मुखबिर तंत्र के फंड होता है। जिसके आधार पुलिस तस्करों को पकड़ती है। फिर भी मामले में जांच चल रही है, सच्चाई सामने आ जाएगी। मामले में जनप्रतिनिधियों में राजकुमार अहीर, उमराव सिंह, अनिरूद्ध मारू सभी ने चर्चा की है।