आपका सामान्य फिजिशियन और पोडिएटरिस्ट (फुट केयर विशेषज्ञ) आपको एड़ी के दर्द से राहत दिला सकता है। इसके लिए वह आपसे कुछ बातें पूछ सकता है। वह आपके पैरों की जांच भी करेगा और इसके बाद ही इस दर्द का निवारण कर पाएगा। डॉक्टर के लिए यह जानना भी जरूरी है कि आखिर आप किस प्रकार के खेल खेलते हैं अथवा व्यायाम करते हैं। डॉक्टर के लिए आपके जूतों की फिटिंग जानना भी जरूरी होता है। आमतौर पर इसमें अधिक जांच की आवश्यकता नहीं होती। आपको अधिक जांच की जरूरत तभी पड़ती है, जब इस बात का पता चल जाए कि आपकी पीड़ा का कारण सूजन के अलावा कुछ और है। इसके बाद डॉक्टर एक्स-रे करने को कह सकता है। एक्स-रे से यह बात साफ हो जाती है कि कहीं मरीज की हड्डी तो नहीं टूटी या फिर दर्द किसी अन्य कारण से तो नहीं है। एड़ी के एक्स-रे के साथ ही आपका डॉक्टर टांग और पैर के एक्स-रे को भी कह सकता है। ऐसा करके वह इस बात की जांच करना चाहेगा कि कहीं चोट का वहां तक तो नहीं है। अगर डॉक्टर को इस बात का अंदेशा हो कि व्यक्ति को स्ट्रेस फेक्चर हो गया है, तो वह एमआरआई करने को भी कह सकता है। एड़ी की अधिकतर चोटों में, दर्द सामान्य दवाओं से ही काबू कर लिया जाता है। इसके अलावा आपको किस प्रकार के इलाज की जरूरत है, यह चोट की गम्भीरता पर निर्भर करता है। कुछ लोग इस दर्द के निवारण के लिए नीम-हकीमों' के पास जाने का रास्ता चुनते हैं।यह सही रास्ता नहीं है। आपको अगर एडि़यों में नियमित रूप से दर्द हो रहा हो तो किसी विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क करें। और कोशिश करें कि दर्द वाले पैर पर अधिक दबाव न डालें।
आपको पैरों में झुनझुनी के कारण भी एड़ी में दर्द हो सकता है। यह आपके पैरों और टांगों में किसी प्रकार की क्षति का लक्षण हो सकता है।
आपको बुखार हो और आपके पैर भी गर्म हों और इसके साथ ही आपकी एड़ी में दर्द हो रहा हो। यह हड्डियों में संक्रमण का भी लक्षण हो सकता है।
आपको अपनी एड़ी में अकड़न और सूजन का आभास हो, यह अर्थराइटिस का लक्षण हो सकता है।
अन्य जांच जिसकी आपको जरूरत हो सकती है
रक्त जांच