नीमच, नीमच-मंदसौर में गुरूवार को ओला वृष्टि हुई है, इस कारण बच्चें की तरह पलने वाली किसानों की अफीम फसल भी नष्ट होनें की कगार पर है, इस कारण किसानों के चेहरे पर मायूंसी भी छा गई है दरअसल गुरूवार दोपहर नीमच-मंदसौर जिले सहित पूरे अंचल में हल्कि-फुल्कि बूंदा बांदी हुई, जिसके बाद अचानक से ओले गिरना शुरू हो गए, दोनों ही जिलों में करीब 10 से 15 मीनट तक लगातार ओलों गिरें, अब इस ओला वृष्टि के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में हो रही फसल को भी नुकसान पहुंचा है आपको बता दें नीमच-मंदसौर जिलें में ज्यादातर अफीम की फसल की पैदावार होती है, जिन किसानों के पास अफीम के पट्टे होते है, वह किसान गांव का मायबाप भी कहलाता है, जिस समय किसानों के द्वारा बोई गई अफीम की फसल योवन पर थी, उसी समय उपर वाले ने किसानों के सिर पर मानों कहर ढा दिया हो, ओला वृष्टि के कारण किसानों की अफीम की फसल पूरी तरह से नष्ट होनें की कगार पर है
इतना ही नहीं किसानों के द्वारा मुख्य फसल अफीम की बोई जाती है दोनों जिलों में इसके अलावा कई फसलों को नुकसान पहुंचा है, जिसे लेकर किसान मायूंस तो है लेकिन उनकी परेशानी भी बढ गई है किसानों ने ओला वृष्टि की घटना कलेक्टर को अवगत कराने की बात कही है, किसानों का कहना है जिस समय पाला गिरा था, उस समय कोई भी पटवारी गांव में सर्वे के लिए नहीं पहुंचा था
किसानों ने की सर्वे की मांग-
किसानों की फसल को नुकसान होनें के बाद परेशान किसानों ने प्रशासन से सर्वे की मांग की है, अब प्रशासन की और से सर्वे के बाद किसानों को फसल के अनुसार मुआवता दिया जाएगा
इन फसलों को नुकसान-
ओला वृष्टि के कारण जिन फसलों को नुकसान हुआ है उनमें मुख्य फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है, इसके अलावा इसबगोल, गेहूं, चना, लहसुन व प्याज सहित अन्य फसलों को भी नुकसान हुआ है