ad

 

महेश वर्मा महेश वर्मा Author
Title: जावद में 14 वर्षिय शिवानी शर्मा के मुखारविंद से तीन दिवसीय नानी बाई के मायरे की कथा का हुआ समापन....
Author: महेश वर्मा
Rating 5 of 5 Des:
मां ही गुरु है जो बचपन में उंगली पकडकर चलाना सिखाती है - शिवानी शर्मा नारायण सोमानी जावद। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी बस स्टेण्...


मां ही गुरु है जो बचपन में उंगली पकडकर चलाना सिखाती है - शिवानी शर्मा

नारायण सोमानी
जावद। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी बस स्टेण्ड स्थित श्री बटकेश्वर महादेव मंदिर एवं श्री गणपति मंदिर समिति के तत्वावधान में जनसहयोग से क्षेत्र में प्रसिद्ध नानी बाई रो मायरो की कथा वाचन बावल निवासी 14 वर्षिय सुश्री शिवानी शर्मा के मुखारविंद से संगीतमय तीन दिवसीय  कथा एतिहासिक तोर पर  सम्पन्न हुई। कथा वाचक शिवानी शर्मा ने बताया है की ठाकुर जी के अनन्य भक्त नरसी मेहता की भक्ति के साथ साथ एक मां की ममता की कथा का रसपान हुआ। किस प्रकार एक मां अपनी संतान के लिए हर प्रकार का कष्ट उठाकर अपनी संतान को हर प्रकार की खुशिया देती है। सभी को  मां का सम्मान करना चाहिए क्योंकि मां ही हमारी प्रथम गुरु होती है। वही हमे पहली बार अपनी उंगली पकड़कर चलना सिखाती है। वही हमे बोलना भी सिखाती है। हमारे जीवन मे हमारा प्रथम गुरु यदि कोई है तो वो मां ही है इसलिए मां का सम्मान करे। मां भगवान का रुप होती है मां का अपमान मतलब स्वयं भगवान का अपमान इसलिए मां का सम्मान करे मां का आदर करे। इसी के साथ ठाकुर जी के अनन्य भक्त नरसी मेहता की कथा का भी रसपान करते हुए शिवानी शर्मा ने बताया है की  किस प्रकार नरसी जी के जीवन मे इतनी तकलीफे आने के बाद भी उनको अपने ठाकुर जी के ऊपर पुरा भरोसा था कि वह जरूर आयेगे इस विश्वास के कारण ठाकुर जी स्वयं नानी बाई का मायरा भरने पधारे ओर छप्पन करोड़ का मायरा भरा। ओर एक परम भक्त की भक्ति की लाज रखी इस तरह यदि हम भी भगवान पर सच्चा भरोसा रखे तो वह हमारी भी सहायता अवश्य करेंगे। शिवानी शर्मा द्धारा मीठी मीठी मेरे सावरे की मुरली बाजे..... थारा रे दरबार बाबा चाकर मे बन जावा जी ..... नंदलाला रे मारा गोपाला ... मेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने .....आदी मधुर मधुर भजनो की शानदार प्रस्तुति हुई। भगवान का मायरा ढोल ढमाको के साथ श्री बटकेश्वर महादेव मंदिर समिति के सदस्यो द्धारा लाया गया। बधाई समाजसेवी राधेश्याम अग्रवाल, सुधीर अग्रवाल, निलेश अग्रवाल परिवार द्धारा सभी उपस्थित जनसमुह को वितरित की गई। कथा में लाला अहीर, सुनिल अहीर ने भक्त नृसिह, कृष्ण रुकमणी आदी का  स्वांग रचकर झाँकी दर्शाई गई। इस अवसर पर वरिष्ठ सुघीर अग्रवाल, पश्चिमांचल माहेश्वरी युवा संगठन के संभाग अध्यक्ष एवं भारतीय सुभाष सेना अध्यक्ष नारायण सोमानी जावद, माहेश्वरी युवा संगठन के जिला महासचिव श्याम सारडा, कावड संघ के अध्यक्ष संदीप बाफना, एवं
श्री बटकेश्वर महादेव मंदिर एवं श्री गणपति मंदिर समिति के अध्यक्ष पुरषोत्तम सोनी, उपाध्यक्ष बाबुलाल मंदारिया, सचिव कन्हैयालाल सुथार, कोषाध्यक्ष कैलाश सोनी डुंगलावाला, उस्ताद मोहनलाल प्रजापत, अशोक नागदा, गोपाल प्रजापत, लक्ष्मी नारायण टेलर, नंदलाल सेन, प्रभुलाल संगीतला, शिव बसीवाल, श्याम सेन, निलेश अग्रवाल, अशोक नागदा,  कन्हैयालाल वीरवाल जैन, प्रहलाद सोनी, पुष्कर सोनी, रितेश शर्मा, प्रदीप राठौर, मिथुन चंदेल, शुभम् संघवी मोबाईल आदी वरिष्ठजन, युवाजन माता बहने उपस्थित थे। संचालन सत्यनारायण शर्मा ने किया आभार मंदिर समिति ने माना।

About Author

Advertisement

 
Top