*सत्य, प्रेम, करूणा*
*गो भक्त जयमाला दिदी वैष्णव*
मनासा म प्र में चल रही अंतिम दिवस की कथा गोपाल कृष्ण मंदिर पर पंच कचेलिया तेली राठोर समाज नवयुवक मण्डल द्वारा आयोजित जिसमे प्रवक्ता गो भक्त जयमाला दिदी जी वैष्णव ने कहा कि दुनिया के अंदर कलियुग ने लोगो की बुद्धि को विकृत बना दिया बिगाड दिया कोई सत्य बोलना ही नहीं चाहता पर हम सतसंग कथा में जाकर हमे सिखना चाहिए सत्य पर चलकर हमेशा सबसे सम भाव अपनत्व का भाव रखो मीठी वाणी कहो, कटु वचन न कहो, हर एक प्राणी से प्रेम से रहो ओर करूणा करते रहो मर्योदा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम ने भी सबसे प्रेम करूणा के साथ जीवन जीना सिखाया है, हमेशा यहि सोचो की सपने में भी किसी प्राणी का अहित न हो अपकार न हो, हमैशा हर प्राणी सुखी रहे एवं परमात्मा की भक्ति करे एवं सभी पर उपकार करते रहे ,सभी का भला चाहे,
कथा में जयमाला दिदी जी ने कहा कि धन की शुद्धि होती है दान करने से ओर मन की शुद्धि होती है परमात्मा के भजन करनै से
*""कलियुग केवल नाम अधारा!* *सुमिर सुमिर नर उतरही पारा""।।*
पहले तो संतजन करोडो वर्षो से साधना करके फिर परमात्मा की प्राप्ति करते थे पर कलियुग में केवल हरि नाम जपने से परमात्मा मिल जातै पर भगवान को बुलाने वाला भी तो ऐसा होना चाहिए तब परमात्मा दर्शन देते हैं
दिदी जयमाला ने आज विदाई लेते हूए वात्सल्य रस की धारा प्रवाहित करी सुनकर सभी जितने कथा सुन रहे सभी की आँखे नम रह गई मनासा के भक्त चाहकर भी दिदी को नही भुल सकते गो भक्त जयमाला दिदी जी वैष्णव एवं सभी श्रोता आज विरह वेदना में व्याकुल अश्रुपूर्ण विदाई देते हुए अंत में यही सिख ली सभी ने हम बुरी आदतो को त्यागकर केवल अच्छी शिक्षा एवं संस्कार ग्रहण करेंगे
कथा में श्री मति निर्मला जी राठोर SDO का आगमन हुआ एवं भागवत जी का पुजन कर आरती में सम्मिलित हूए कथा में मनासा भाटखेडी, बोरखेडी, जवासा, रामपुरा कुकडेश्वर जालिनैर सावन नीमच अल्हेड, पिपल्या रावजी, गुडबेडी आदि क्षेत्रवासी पधारे एवं कथा श्रवण की।