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महेश वर्मा महेश वर्मा Author
Title: महिला समूहों को सशक्त करने के लिए रोजगार उपलब्ध कराए सरकार........
Author: महेश वर्मा
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अठाना/नीमच जिले की जावद तहसील और अठाना नगर क्षेत्र में कई महिला स्व-सहायता समूह (SHG) सक्रिय हैं, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ये समूह केवल...





अठाना/नीमच जिले की जावद तहसील और अठाना नगर क्षेत्र में कई महिला स्व-सहायता समूह (SHG) सक्रिय हैं, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ये समूह केवल नाम मात्र के रह गए हैं। महिलाएं आत्मनिर्भर बनना चाहती हैं, अपने परिवार का आर्थिक सहयोग करना चाहती हैं, लेकिन उन्हें रोजगार उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है।


यह क्षेत्र मुख्यतः कृषि आधारित है, जहां महिलाओं को केवल कृषि कार्यों में मौसमी रोजगार मिलता है। गर्मी के मौसम में जब खेतों में काम कम हो जाता है, तब महिलाओं के पास आय का कोई साधन नहीं रहता। सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण और रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, लेकिन इनका लाभ जमीनी स्तर पर महिलाओं को नहीं मिल रहा।


जावद और अठाना नगर क्षेत्र में करीब 25  महिला समूह कार्यरत हैं, लेकिन इनमें से किसी भी समूह को नियमित रोजगार का अवसर नहीं दिया गया है। महिलाओं ने कई बार मांग की है कि उन्हें घरेलू कार्यों से जुड़ा रोजगार उपलब्ध कराया जाए, ताकि वे घर बैठे आत्मनिर्भर बन सकें। सिलाई, बुनाई, पैकेजिंग, खाद्य प्रसंस्करण, जैविक खेती, मशरूम उत्पादन, अगरबत्ती निर्माण, हैंडीक्राफ्ट आदि जैसे रोजगारपरक कार्य दिए जाएं, जिससे वे आर्थिक रूप से स्वतंत्र हो सकें।

हम सरकार और प्रशासन से आग्रह करते हैं कि महिला समूहों को केवल नाममात्र की औपचारिकता तक सीमित न रखा जाए, बल्कि उन्हें स्थायी रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएं। इसके लिए निम्नलिखित कदम उठाए जाने की आवश्यकता है:


1. महिला समूहों को सरकारी प्रोजेक्ट और टेंडर दिए जाएं, ताकि वे स्वयं का उद्यम चला सकें।

2. स्मॉल स्केल इंडस्ट्री और घरेलू कुटीर उद्योगों को बढ़ावा दिया जाए, जिससे महिलाएं अपने घरों से काम कर सकें।

3. सरकारी संस्थाओं और निजी कंपनियों के साथ समन्वय किया जाए, ताकि महिलाओं को उत्पाद निर्माण और विपणन का अवसर मिले।

4. बैंक लोन और वित्तीय सहायता योजनाओं को सरल बनाया जाए, जिससे महिलाएं बिना किसी बाधा के अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकें।

5. कौशल विकास और ट्रेनिंग कार्यक्रम चलाए जाएं, ताकि महिलाओं को नए रोजगार के अवसर मिल सकें।

अगर सरकार महिलाओं के रोजगार के प्रति गंभीर है, तो उसे इन मांगों को जल्द से जल्द लागू करना चाहिए। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य केवल कागजों तक सीमित न रहे, बल्कि धरातल पर वास्तविक रूप से रोजगार का सृजन हो। इससे न केवल महिलाएं सशक्त होंगी, बल्कि समाज और क्षेत्र का आर्थिक विकास भी सुनिश्चित होगा।


- कमोद कुंवर महेंद्र सिंह सिसोदिया 

पार्षद वार्ड नंबर 7  नगर परिषद अठाना

मां शबरी स्वयं सहायता समूह अध्यक्ष  

[अठाना]

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